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काहें रे मन

amrutvani
काहें रे मन भुला फीरई | चेती न राम चरन चीत धरही || टेक ||
नरहरी नरहरी जापीरे जीयरा | अवधी काल दीन आवै नीयरा ||१||
पुत्र किल्त्र धन चीत बेसासा | छाडी मना रे झूटी आसा || २ ||
तू जीनी जाने ग्रेहा ग्रेहा | बीन्सत बार कछु नहीं देहा ||३||
कहत नामदेव झूटी देही | तौ साँची जे राम सनेही ||४||
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